My Blog List

Tuesday, November 9, 2021

CLASS XII कविता के बहाने KAVUITA KE BAHANE


2.कविता के बहाने KAVITA KE BAHANE




जीवन परिचय-कुंवर नारायण आधुनिक हिंदी कविता के सशक्त हस्ताक्षर हैं। इनका जन्म 19 सितंबर, सन 1927 को फैजाबाद (उत्तर प्रदेश) में हुआ था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा घर पर ही हुई थी। विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा इन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से पूरी की। इन्होंने अनेक देशों की यात्रा की है। कुंवर नारायण ने सन 1950 के आस-पास काव्य-लेखन की शुरुआत की। इन्होंने चिंतनपरक लेख, कहानियाँ सिनेमा और अन्य कलाओं पर समीक्षाएँ भी लिखी हैं। इन्हें अनेक पुरस्कारों से नवाजा गया है; जैसे-कबीर सम्मान, व्यास सम्मान, लोहिया सम्मान, साहित्य अकादमी पुरस्कार, ज्ञानपीठ पुरस्कार तथा केरल का कुमारन आशान पुरस्कार आदि।

रचनाएँ-ये ‘तीसरे सप्तक’ के प्रमुख कवि हैं। इनकी प्रमुख रचनाएँ निम्नलिखित हैं-

1. काव्य-संग्रह-चक्रव्यूह (1956), परिवेश : हम तुम, अपने सामने, कोई दूसरा नहीं, इन दिनों।

2. प्रबंध-काव्य-आत्मजयी।

3. कहानी-संग्रह-आकारों के आस-पास।

4. समीक्षा-आज और आज से पहले।

5. सामान्य—मेरे साक्षात्कार।



सार-यह कविता एक यात्रा है जो चिड़िया, फूल से लेकर बच्चे तक की है। एक ओर प्रकृति है दूसरी ओर भविष्य की ओर कदम बढ़ाता बच्चा। कवि कहता है कि चिड़िया की उड़ान की सीमा है, फूल के खिलने के साथ उसकी परिणति निश्चित है, लेकिन बच्चे के सपने असीम हैं। बच्चों के खेल में किसी प्रकार की सीमा का कोई स्थान नहीं होता। कविता भी शब्दों का खेल है और शब्दों के इस खेल में जड़, चेतन, अतीत, वर्तमान और भविष्य-सभी उपकरण मात्र हैं। इसीलिए जहाँ कहीं रचनात्मक ऊर्जा होगी, वहाँ सीमाओं के बंधन खुद-ब-खुद टूट जाते हैं। वह सीमा चाहे घर की हो, भाषा की हो या समय की ही क्यों न हो।


1. निम्नलिखित पठित काव्यांश को पढ़ कर प्रश्नों के सही विकल्प चुनिए :- (1x5=5)

कविता एक उड़ान है चिड़िया के बहाने

कविता की उड़ान भला चिड़िया क्या जाने

बाहर – भीतर

इस घर, उस घर

कविता के पंख लगा उड़ने के माने

चिड़िया क्या जाने ?

1. ‘कविता के बहाने’ कविता के कवि कौन हैं ?

क) कुँवर नारायण

ख) कुँवर प्रसाद

ग) कुँवर सिंह

घ) रघुवीर सहाय

2. कविता किसके बहाने एक उड़ान है ?

क) अतीत

ख) बालक

ग) चिड़िया

घ) पतंग

3. इस कविता में किस शैली का प्रयोग किया गया है ?

क) प्रश्न शैली

ख) आत्मकथात्मक शैली

ग) दोनों विकल्प सही हैं

घ) दोनों विकल्प गलत हैं

4. ‘इस घर, उस घर’ पंक्ति में कौन सा अलंकार है ?

क) मानवीकरण

ख) अनुप्रास

ग) प्रश्न अलंकार

घ) कोई भी नहीं

5. कविता में किस भाषा का प्रयोग किया गया है ?

क) संस्कृतनिष्ठ भाषा

ख) खड़ी बोली हिन्दी

ग) अवधी

घ) ब्रज

1. निम्नलिखित पठित काव्यांश को पढ़ कर प्रश्नों के सही विकल्प चुनिए :- (1x5=5)

कविता एक खिलना है फूलों के बहाने

कविता का खिलना भला फूल क्या जाने !

बाहर – भीतर

इस घर, उस घर

बिना मुरझाए महकने के माने

फूल क्या जाने ?

1. कविता फूलों के बहाने क्या है ?

क) गिनना

ख) खिलना

ग) मुरझाना

घ) महकना

2. कविता की तुलना किसके साथ की गई है ?

क) कवि के साथ

ख) हवा के साथ

ग) फूल के साथ

घ) विचारों के साथ

3. कविता के खिलने का क्या अर्थ है ?

क) समाप्त हो जाना

ख) नए भाव और अर्थ ग्रहण करके विकसित होना

ग) अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करना

घ) कोई नहीं

4. कविता में किस शैली का प्रयोग किया गया है ?

क) प्रश्न शैली

ख) वर्णनात्मक शैली

ग) आत्मकथात्मक शैली

घ) तीनों विकल्प सही हैं

5. ‘कविता के बहाने’ कविता के अनुसार बिना मुरझाए कौन महकता है ?

क) बच्चे

ख) फूल

ग) फल

घ) कविता


3. कविता की विषय – वस्तु पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्न-उत्तर


1. कविता के अनुसार कविता की उड़ान को कौन जान नहीं सकता ?

क) रसिक व्यक्ति

ख) चिड़िया

ग) कवि

घ) समीक्षक

2. ‘कविता के पंख लगा उड़ने के माने’ का क्या तात्पर्य है ?

क) व्यर्थ लिखना

ख) शब्द-अर्थ में विसंगति

ग) कल्पना करना

घ) स्पष्ट लेखन



3. कविता किसका खेल है ?

क) बच्चों का खेल

ख) चिड़िया का खेल

ग) शब्दों का खेल

घ) फूलों का

4. ‘सब घर एक कर देने का क्या आशय है’-

क) तोड़ – फोड़ करना

ख) शोर मचाना

ग) भेद-भाव समाप्त कर देना

घ) सीमा में रहना

5. कविता की शक्ति दिखाने के लिए कवि ने क्या-क्या उदाहरण दिए हैं ?

क) चिड़िया की उड़ान

ख) फूलों का खिलना

ग) बच्चों का खेलना

घ) उपर्युक्त सभी

6. कविता के संदर्भ में बिना मुरझाए महकने के क्या माने होते हैं ?

क) कविता फूल की तरह मुरझा जाती है |

ख) फूल कविता से अधिक महकता है |

ग) कविता को महकना नहीं आता

घ) कविता अपनी महक को अनंत काल के लिए बिखेरती रहती है |

7. “कविता के बहाने” कविता हमें अवसर देती है –

क) कविता की अपार संभावनाओं को टटोलने का

ख) कविता की कमियों को ढूँढने का

ग) कविता को जटिल बनाने का

घ) कविता के बढ़ते प्रभाव को जानने का

8. चिड़िया और कविता की उड़ान के संबंध में सही कथन नहीं है-

क) चिड़िया की उड़ान असीमित होती है |

ख) चिड़िया की उड़ान सीमित होती है |

ग) कविता की उड़ान असीमित होती है

घ) कोई नहीं

9. ‘कविता के बहाने’ कृति के रचनाकार का क्या नाम है ?

क) कुँवर सिंह

ख) रघुवीर सहाय

ग) कुँवर नारायण

घ) आलोक श्रीवास्तव

10. इस कविता के अनुसार सभी घरों को एक कर देना कौन जानता है ?

क) बुजुर्ग

ख) परिवार

ग) अध्यापक

घ) बच्चा


11. ‘बिना मुरझाए महकने के माने’ पंक्ति में कौन स अलंकार है ?

क) उपमा

ख) अनुप्रास

ग) यमक

घ) उत्प्रेक्षा

12. ‘बच्चों के बहाने’ में कौन सा अलंकार है ?

क) श्लेष

ख) उपमा

ग) रुपक

घ) अनुप्रास

13. चिड़िया की उड़ान कैसी है ?

क) काल्पनिक

ख) सीमित

ग) असीमित

घ) सभी विकल्प सही हैं

14. कविता में किसका महत्व बताया गया है ?

क) चिड़िया की उड़ान का

ख) फूल के खिलने का

ग) बच्चों के खेल का

घ) रचनात्मक ऊर्जा या सृजन शक्ति का

15. ‘कविता का बहाने’ कविता में कविता की तुलना किसके साथ की गई है ?

क) चिड़िया

ख) फूल

ग) बच्चे

घ) उपर्युक्त सभी


कविता के बहाने


प्रश्न

उत्तर

प्रश्न

उत्तर

प्रश्न

उत्तर

प्रश्न

उत्तर

प्रश्न

उत्तर


पद-1

पद-2

अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर


1



1



1



6



11




2



2



2



7



12




3



3



3



8



13




3



3



3



9



14




5



5



5



10



15






ABHIVYAKTI AUR MADHYAM CLASS XI CLASS XII अभिव्यक्ति और माध्यम 1.विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन

 

ABHIVYAKTI AUR  MADHYAM CLASS XI CLASS XII

अभिव्यक्ति और माध्यम
1.विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन

1. VIBHINNA MADHYAMON KE LIYE LEKHAN

1. प्रिंट (मुद्रित) माध्यम
PRINT MADHYAM / PRINT MEADIA

          प्रिंट यानी मुद्रित माध्यम जनसंचार के आधुनिक माध्यमों में सबसे पुराना है। हालाँकि मुद्रण की शुरुआत चीन से हुई, लेकिन आज हम जिस छापेखाने को देखते हैं, उसके आविष्कार का श्रेय जर्मनी के गुटेनबर्ग को जाता है।भारत में पहला छापाखाना सन 1556 में गोवा में खुला। इसे मिशनरियों ने धर्म-प्रचार की पुस्तकें छापने के लिए खोला था।

प्रिंट (मुद्रित) माध्यमों की विशेषताएँ:-प्रिंट माध्यमों की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-

1.     प्रिंट माध्यमों के छपे शब्दों में स्थायित्व होता है।

2.     हम उन्हें अपनी रुचि और इच्छा के अनुसार धीरे-धीरे पढ़ सकते हैं।

3.     पढ़ते-पढ़ते कहीं भी रुककर सोच-विचार कर सकते हैं।

4.     इन्हें बार-बार पढ़ा जा सकता है।

5.     इसे पढ़ने की शुरुआत किसी भी पृष्ठ से की जा सकती है।

6.     इन्हें लंबे समय तक सुरक्षित रखकर संदर्भ की भाँति प्रयुक्त किया जा सकता है।

7.     यह लिखित भाषा का विस्तार है, जिसमें लिखित भाषा की सभी विशेषताएँ निहित हैं।

प्रिंट (मुद्रित) माध्यमों की सीमाएँ या कमियाँ :-मुद्रित माध्यमों की कमियाँ निम्नलिखित हैं-

1.     निरक्षरों के लिए मुद्रित माध्यम किसी काम के नहीं हैं।

2.     मुद्रित माध्यमों के लिए लेखन करने वालों को अपने पाठकों के भाषा-ज्ञान के साथ-साथ उनके शैक्षिक ज्ञान और योग्यता का विशेष ध्यान रखना पड़ता है।

3.     पाठकों की रुचियों और जरूरतों का भी पूरा ध्यान रखना पड़ता है।

4.     ये रेडियो, टी०वी० या इंटरनेट की तरह तुरंत घटी घटनाओं को संचालित नहीं कर सकते। ये एक निश्चित अवधि पर प्रकाशित होते हैं। जैसे अखबार 24 घंटे में एक बार या साप्ताहिक पत्रिका सप्ताह में एक बार प्रकाशित होती है।                     

 

2. रेडियो 2 REDIO

       रेडियो श्रव्य माध्यम है। इसमें सब कुछ ध्वनि, स्वर और शब्दों का खेल है। इन सब वजहों से रेडियो को श्रोताओं से संचालित माध्यम माना जाता है। रेडियो पत्रकारों को अपने श्रोताओं का पूरा ध्यान रखना चाहिए | अखबार की तरह पाठकों को अपनी सुविधा के अनुसार सुनने की सुविधा उपलब्ध नहीं होती।

                   समाचार-लेखन की उलटा पिरामिड-शैली उलटा पिरामिड शैली में समाचार के सबसे महत्वपूर्ण तथ्य को सबसे पहले लिखा जाता है और उसके बाद घटते हुए महत्त्वक्रम में अन्य तथ्यों या सूचनाओं को लिखा या बताया जाता है। ।इस शैली में समाचार को तीन भागों में बाँट दिया जाता है-

1.इंट्रो-समाचार के इंट्रो या लीड को हिंदी में ‘मुखड़ा’ भी कहते हैं। इसमें खबर के मूल तत्व को शुरू की दो-तीन पंक्तियों में बताया जाता है। यह खबर का सबसे अह हिस्सा होता है।

2.बॉडी-इस भाग में समाचार के विस्तृत ब्यौरे को घटते हुए महत्त्वक्रम में लिखा जाता है।

3.समापन-इस शैली में अलग से समापन जैसी कोई चीज नहीं होती। इसमें प्रासंगिक तथ्य और सूचनाएँ दी जा सकती हैं।

3. टेलीविजन TELEVISION 

 टेलीविजन देखने और सुनने का माध्यम है  टेलीविजन में समाचारों को निम्न चरण होते हैं :-

1.फ़्लैश या ब्रेकिंग न्यूज-सबसे पहले कोई बड़ी खबर फ़्लैश या ब्रेकिंग न्यूज के रूप में तत्काल दर्शकों तक पहुँचाई जाती है। इसमें कम-से-कम शब्दों में महज सूचना दी जाती है।

2. ड्राई एंकर-इसमें एंकर खबर के बारे में दर्शकों को सीधे-सीधे बताता है कि कहाँ, क्या, कब और कैसे हुआ। जब तक खबर के दृश्य नहीं आते तब तक एंकर दर्शकों को रिपोर्टर से मिली जानकारियों के आधार पर सूचनाएँ पहुँचाता है।

3. फोन-इन-इसके बाद खबर का विस्तार होता है और एंकर रिपोर्टर से फ़ोन पर बात करके सूचनाएँ दर्शकों तक पहुँचाता है। इसमें रिपोर्टर घटना वाली जगह पर मौजूद होता है और वहाँ से उसे जितनी ज्यादा-से-ज्यादा जानकारियाँ मिलती हैं, वह दर्शकों को बताता है।

4.एंकर-विजुअल-जब घटना के दृश्य या विजुअल मिल जाते हैं, तब उन दृश्यों के आधार पर खबर लिखी जाती है, जो एंकर पढ़ता है। इस खबर की शुरुआत भी प्रारंभिक सूचना से होती है और बाद में कुछ वाक्यों पर प्राप्त दृश्य दिखाए जाते हैं।

5. एंकर-बाइट-बाइट यानी कथन। टेलीविजन पत्रकारिता में बाइट का काफ़ी महत्व है। टेलीविजन में किसी भी खबर को पुष्ट करने के लिए इससे संबंधित बाइट दिखाई जाती है। किसी घटना की सूचना देने और उसके दृश्य दिखाने के साथ ही उस घटना के बारे में प्रत्यक्षदर्शियों या संबंधित व्यक्तियों का कथन दिखा और सुनाकर खबर को प्रामाणिकता प्रदान की जाती है।

6.लाइव-लाइव यानी किसी खबर का घटनास्थल से सीधा प्रसारण। सभी टी०वी० चैनल कोशिश करते हैं कि किसी बड़ी घटना के दृश्य तत्काल दर्शकों तक सीधे पहुँचाए जा सकें।

7. एंकर-पैकेज-एंकर-पैकेज किसी भी खबर को संपूर्णता के साथ पेश करने का एक जरिया है। इसमें संबंधित घटना के दृश्य, उससे जुड़े लोगों की बाइट, ग्राफ़िक के जरिये जरूरी सूचनाएँ आदि होती हैं।

4. इंटरनेट INTERNET

इंटरनेट को इंटरनेट पत्रकारिता, ऑनलाइन पत्रकारिता, साइबर पत्रकारिता या वेब पत्रकारिता जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है।इंटरनेट पर अखबारों का प्रकाशन या खबरों का आदान-प्रदान ही वास्तव में इंटरनेट पत्रकारिता है। इंटरनेट पर किसी भी रूप में खबरों, लेखों, चर्चा-परिचर्चाओं, बहसों, फ़ीचर, झलकियों, डायरियों के जरिये अपने समय की धड़कनों को महसूस करने और दर्ज करने का काम करते हैं तो वही इंटरनेट पत्रकारिता है। आज तमाम प्रमुख अखबार पूरे-के-पूरे इंटरनेट पर उपलब्ध हैं।

          इंटरनेट पत्रकारिता का इतिहास विश्व स्तर पर इंटरनेट पत्रकारिता के स्वरूप और विकास का पहला दौर था 1982 से 1992 तक, जबकि चला 1993 से 2001 तक। तीसरे दौर की इंटरनेट पत्रकारिता 2002 से अब तक की है।

          सच्चे अर्थों में इंटरनेट पत्रकारिता की शुरुआत 1983 से 2002 के बीच हुई। इस दौर में तकनीक स्तर पर भी इंटरनेट का जबरदस्त विकास हुआ। नई वेब भाषा एचटीएमएल (हाइपर टेक्स्ट माक्र्डअप लैंग्वेज) आई, इंटरनेट ईमेल आया, इंटरनेट एक्सप्लोरर और नेटस्केप नाम के ब्राउजर आए।

          भारत में इंटरनेट पत्रकारिता भारत में इंटरनेट पत्रकारिता का अभी दूसरा दौर चल रहा है। भारत के लिए पहला दौर 1993 से शुरू माना जा सकता है, जबकि दूसरा दौर सन 2003 से शुरू हुआ है। आज पत्रकारिता की दृष्टि से ‘टाइम्स ऑफ़ इंडिया’, ‘हिंदुस्तान टाइम्स’, ‘इंडियन एक्सप्रेस’, ‘हिंदू’, ‘ट्रिब्यून’, ‘स्टेट्समैन’, ‘पॉयनियर’, ‘एनडी टी०वी०’, ‘आईबीएन’, ‘जी न्यूज़’, ‘आजतक’ और ‘आउटलुक ‘ की साइटें ही बेहतर हैं।इंडिया टुडे” जैसी कुछ साइटें भुगतान के बाद ही देखी जा सकती हैं।

          भारत में सच्चे अर्थों में यदि कोई वेब पत्रकारिता कर रहा है तो वह ‘रीडिफ़ डॉटकॉम’, ‘इंडियाइंफोलाइन’ व ‘सीफी’ जैसी कुछ ही साइटें हैं। रीडिफ़ को भारत की पहली साइट कहा जा सकता है जो कुछ गंभीरता के साथ इंटरनेट पत्रकारिता कर रही है। वेब साइट पर विशुद्ध पत्रकारिता शुरू करने का श्रेय ‘तहलका डॉटकॉम’ को जाता है।हिंदी में नेट पत्रकारिता ‘वेब दुनिया’ के साथ शुरू हुई। ‘प्रभासाक्षी’ नाम से शुरू हुआ अखबार, प्रिंट रूप में न होकर सिर्फ़ इंटरनेट पर ही उपलब्ध है। आज पत्रकारिता के लिहाज से हिंदी की सर्वश्रेष्ठ साइट बीबीसी की है।

1.विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन PRASHNOTTR MCQ QUE ANSWER

1. VIBHINNA MADHYAMON KE LIYE LEKHAN MCQ

MCQ PRASHN UTTAR

1) निम्नलिखित में से कौन सी बातें रेडियों के लिये समाचार लेखन की बुनियादी बातें हैं -

क) साफ-सुधरी और टाइप्ड कॉपी

ख) डेडलाइन, संदर्भ और संक्षिप्ताक्षरों का प्रयोग

ग) क और ख दोनों

घ) कोई भी नहीं

 

2) प्रसारण के लिए तैयार की जा रही समाचार कॉपी को कंप्यूटर पर कितने स्पेस में टाइप किया जाना चाहिए?

क) सिंगल स्पेस

ख) डबल स्पेस

ग) ट्रिपल स्पेस

घ) इनमें से कोई भी नहीं

3) उल्टा पिरामिड शैली में समाचार के सबसे महत्वपूर्ण तथ्य को कहां लिखा जाता है?

क) सबसे पहले

ख) बीच में

ग) आखिर में

घ) कहीं भी

4) लेखन में हमें किन-किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है?

क) भाषा

ख) व्याकरण

ग) वर्तनी

घ) उपयुक्त सभी

5) प्रमुख जनसंचार माध्यम कौन-कौन से होते हैं?

क) टी.वी.

ख) रेडियो

ग) इंटरनेट

6) इंटरनेट क्या है?

क) लोकल एरिया नेटवर्क का एक इंटरकनेक्शन

ख) एक सिंगल नेटवर्क

ग) विभिन्न नेटवर्क का एक विशाल कनेक्शन

घ) इनमें से कोई भी नहीं

7) इनमें से कौन सा एक इंटरनेट नेटवर्क है?

क) मैन

ख) लेन

ग) वैन

घ) उपरोक्त सभी

8) पहली वेबसाइट अस्तित्व ______ आई थी ?

क) 1992 में

ख) 1991में

ग) 1994 में

घ) 1990 में  

9) गूगल क्रोम एक _____ है।

क) सर्च इंजन

ख) ईमेल

ग) वेबसाइट

घ) ब्राउज़र

10) ड्राई एंकर कैसा चरण है?

क) कम से कम समय और शब्दों में सूचना दी जाती है

ख) एंकर, रिपोर्टर से मिली जानकारी के आधार पर सूचनाएं पहुंचाता है

ग) घटनास्थल से सीधा प्रसारण

घ) एंकर, रिपोर्टर से फोन पर बात करता है

 

11) 'एंकर बाइट' में बाइट का क्या अर्थ है?

क) मेघा बाइट

ख) कीड़े का काटना

ग) एंकर की आवाज

घ) बाइट यानी कथन

12) किसी बड़ी घटना के दृश्य तत्काल दर्शकों तक सीधे पहुंचाना क्या कहलाता है?

क) सीधी रिपोर्ट

ख) ब्रेकिंग न्यूज़

ग) लाइव या सीधा प्रसारण

घ) एंकर विजुअल

13) निम्नलिखित में से कौन-सा टी.वी. का सूचना चरण नहीं होता ?

क) फोन-इन

ख) एंकर पैकेज

ग) ड्राई ऐंकर

घ) स्क्रिप्ट

14) भारत में टेलीविजन का आरंभ कब हुआ था?

क) 20 अगस्त 1949

ख) 15 सितंबर 1959

ग) 26 जनवरी 1975

घ) 4 मार्च 1942

15) टेलीविजन में 'लाइव' का क्या अर्थ है?

क) ब्रेकिंग न्यूज़

ख) एंकर विजुअल

ग) घटनास्थल से खबर प्रस्तुत करना

घ) फोन-इन

16) हिंदी में नेट पत्रकारिता किसके साथ शुरू हुई थी?

क) वेब दुनिया

ख) इंटरनेट

ग) अखबार

घ) बी.बी.सी. साइट

17) निम्नलिखित में से कौन सा अखबार प्रिंट रूप में न होकर सिर्फ इंटरनेट पर उपलब्ध है?

क) अमर उजाला

ख) हिंदुस्तान

ग) भास्कर

घ) प्रभासाक्षी

18) पत्रकारिता की सबसे सर्वश्रेष्ठ साइट कौन सी है?

क) बी.बी.सी. साइट                         

ख) आई.आई.एम.सी. साइट

ग) एच हिंदी साइट                          

घ) हिंदी भाषण साइट

19) टेलीविजन लेखन में इनमें से किसकी अहमियत सबसे ज्यादा होती है ?

क) स्क्रिप्ट                 

ख) दृश्य                             

ग) प्रिंट

घ) इनमें से कोई भी नहीं

20) टेलीविजन के लिए खबर लिखने की मौलिक शर्त क्या है-

क) शब्दों के साथ लेखन                   

ख) श्रोता के लिए लेखन

ग) चित्रों के साथ लेकन                     

घ) दृश्य के साथ लेखन

21) टेलीविजन लेखन में कौनसी कला का इस्तेमाल होता है?

क) कम शब्दों में कम खबर

ख) ज्यादा शब्दों में कम खबर

ग) कम शब्दों में ज्यादा खबर

घ) इनमें से कोई भी नहीं

22) टेलीविजन पर प्रसारित खबरों में सबसे महत्वपूर्ण है-

क) विजूअल    

ख) बाइट        

ग) नेट           

घ) उपर्युक्त सभी

23) टेलीविजन पर खबर पेश करने के तरीकों को हम किस प्रकार समझ सकते हैं-

क) खबरों के प्रचलित ढांचे या फॉर्मेट को समझकर

ख) खबरों के प्रचलित ढांचे को समझकर

ग) सिर्फ फॉर्मेट को समझकर

घ) टीवी पर दिखाई खबरों को समझकर

24) टी.वी. में दृश्य और शब्दों के बीच और क्या मिल जाता है?

क) वीडियो     

ख) नाटक       

ग) ध्वनियां      

घ) इनमें से कोई भी नहीं

25) टी.वी. के लिए अच्छी खबर कैसे खिलकर आती है ?

क) छोटे वाक्यों एवं बेहतरीन संपादन से                    

ख) अच्छे चित्रों के रंग से

ग) विजुअल इफेक्ट्स से                                                 

घ) अच्छे कार्यक्रमों से

26) आम आदमी को समाचारों से जोड़े रखने के लिए क्या माध्यम है?

क) ट्रेन और बस                                                           

ख) रेडियो और टी.वी.

ग) कागज और कलम                                          

घ) कोई भी नहीं

27) रेडियो और टी.वी. पर किस तरह की भाषा का उपयोग होना चाहिए?

क) सरल        

ख) जटिल                 

ग) क एवं ख दोनों       

घ) कोई भी नहीं

28) सरल भाषा लिखने का सबसे बेहतर उपाय कौन-सा है?

क) छोटे, सीधे और स्पष्ट                             

ख) बड़े, सीधे और जटिल

ग) छोटे एवं जटिल                          

घ) कोई भी नहीं

29) रेडियो…………. माध्यम है।

क) दृश्य                             

ख) श्रव्य                    

ग) दृश्य और श्रव्य दोनों          

घ) इनमें से कोई नहीं

30) पहला छापाखाना सन् 1956 में कहां खुला?

क) केरल                 

ख) दिल्ली                 

ग) गोवा                   

घ) महाराष्ट्र

1. VIBHINNA MADHYAMON KE LIYE LEKHAN MCQ ANSWER

विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन MCQ उत्तर

1. 2. 3. 4. 5. 6. 7. 8.9. 10. 11. 12. 13. 14. 15. 16. 17.  18.   19.  20.   21.22. 23. 24. 25. 26. 27. 28. 29.   30.

 

लक्ष्मण-मूर्छा और राम का विलाप

  ( ख) लक्ष्मण-मूर्छा और राम का विलाप HINDI STUDY CLASS लक्ष्मण मूर्छा व राम का विलाप की व्याख्या -   दोहा – तव प्रताप उर राखि प्रभु , जैह...